खुले केश अशेष शोभा भर रहे खुले केश अशेष शोभा भर रहे
सितारे ज़िन्दगी के जो मेरी गर्दिश में बैठे हैं, उन्हें भी क्या पता कि हम अभी किस ज़िद मे सितारे ज़िन्दगी के जो मेरी गर्दिश में बैठे हैं, उन्हें भी क्या पता कि हम अभी क...
मैं भी उस पल यामिनी संग खड़ा होना चाहता हूँ लड़ना चाहता हूँ सुबह से जो अपनी अकड़ में खो रखा ह... मैं भी उस पल यामिनी संग खड़ा होना चाहता हूँ लड़ना चाहता हूँ सुबह से जो अ...
जिन्दगी ये जंग जीत जायेगी कोई वजह नहीं घबराने की। जिन्दगी ये जंग जीत जायेगी कोई वजह नहीं घबराने की।
काले काले मेघा तू ऐसे कैसे बरसा, तन तो मेरा भीग गया मन अभी भी प्यासा, काले काले मेघा तू ऐसे कैसे बरसा, तन तो मेरा भीग गया मन अभी भी प्यासा,
हुआ सवेरा जब सूरज निकला , कोई भूखा घर से निकला, घर पर नहीं है अन्न का दाना लेकर खाना हुआ सवेरा जब सूरज निकला , कोई भूखा घर से निकला, घर पर नहीं है अन्न का दाना...